Wednesday, August 17, 2011

कुछ पक्तियां अन्ना के समर्थन में... लेखक कुश पाराशर 17-Aug-2011 5:30 PM



आगे बड़ो और अन्ना का समर्थन करो ---

सपना है जो आँखों  में,
आज हकीकत में बदलो |
इन अँधेरी रातो से निकल कर,
आज सूरज को तक लो |
एक किरण है अन्ना सी, 
हो रही प्रजलित राहो में,
सहास बनाये, एकत्र हो कर,
संघर्ष  करते हुए चलो ||



आज दिखा दो दुनिया को, 
क्या जज्बा है, हर दिल में | 
कहाँ यूथ  है, कहां है हिम्मत,
कहाँ एकता लोगों में ||
एक जुट होकर चलो सभी,
ये  अन्ना  का आरमान  है |
कठिनाई हो अगर राहों में,
वो जीत की पहचान है || ... जय हिंद !!! जय भारत !!!


--- Kush Parashar

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